जमशेदपुर : बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के लालबाबा फाउंड्री कैलाश नगर में शुक्रवार को सुबह से ही जमकर बवाल हुआ। टाटा स्टील के अधिकारी चार बुल्डोजर के अलावा लाव-लश्कर सुबह साढ़े नौ बजे लालबाबा फाउंड्री पहुंचे तो लोग भी विरोध में सड़क पर उतर आए। लालबाबा फाउंड्री व्यापर संघ के लोगों के नेतृत्व में सड़क पर ही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया। लोग इस कदर आक्रोशित थे कि टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया और टाटा स्टील के खिलाफ नारेबाजी की। टाटा स्टील के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। हालात खराब देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने वज्र वाहन भी बुला लिया था।
राजनीतिक दल के लोग भी विरोध में हुए शामिल
लालबाबा फाउंड्री टाटा स्टील के बुल्डोजर पहुंचने की जानकारी मिलते ही भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत अन्य सामाजिक संगठनों के लोग पहुंच गए और जमकर विरोध शुरू हो गया। इस दौरान, बर्मामाइंस मेन सड़क कई घंटे तक जाम रही। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए टाटा स्टील और जिला प्रशासन के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। पूर्व सांसद कांग्रेस के डा. अजय कुमार, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, भाजपा के अभय सिंह, दिनेश कुमार, नगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा आदि पहुंच गए।
पूर्व सांसद डा. अजय ने की अधिकारियों से बात
इसी बीच पूर्व सांसद डा. अजय कुमार अधिकारियों के पास पहुंचे और उनसे बात की। डा. अजय कुमार ने टाटा स्टील के अधिकारियों से कहा कि उनका कोर्ट का जो आदेश है वह ही गलत है। इसमें खाता नंबर का पेच है। पूर्व सांसद ने टाटा स्टील के अधिकारियों से पूछा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने से पहले लालबाबा फाउंड्री कैलाश नगर के लोगों को नोटिस क्यों नहीं दी गई। डा. अजय कुमार के सवालों का जवाब टाटा स्टील के अधिकारी नहीं दे सके। बाद में वहां भाजपा के वरिष्ठ नेता अभय सिंह भी पहुंच गए। अभय सिंह ने भी अधिकारियो से कहा कि वह यहां की जनता को मोहलत दें और बुल्डोजर नहीं चलाएं। बाद में अधिकारियों ने लाल बाबा फाउंड्री में बुल्डोजर नहीं चलाने का फैसला लिया। इसके बाद प्रशासन और टाटा स्टील के अधिकारी लाव-लश्कर लेकर वापस चले गए। तय हुआ है कि टाटा स्टील के अधिकारी अतिक्रमण हटाने की अगली तारीख तय करेंगे। इस दौरान लालबाबा फाउंड्री के लोग कोर्ट में केस कर मामले में स्टे लेने की कोशिश करेंगे। क्योंकि, लालबाबा फाउंड्री के लोगों को कोलकाता में चलने वाले केस में पार्टी नहीं बनाया गया था। पूर्व सांसद डा. अजय कुमार का कहना है कि आज यहां इतना बड़ा बवाल हुआ। लोगों के घरों पर आफत है। बुल्डोजर खड़े हुए हैं। लेकिन, जमशेदपुर के सांसद और क्षेत्र के विधायक गायब हैं। जनता इन्हें चुनाव में सबक सिखाएगी।
कई साल पुराना है विवाद
टाटा स्टील ने साल 2006 में लालबाबा फाउंड्री से अतिक्रमण हटाने के लिए कोलकाता हाईकोर्ट में केस दायर किया था। इस मामले में कोलकाता हाईकोर्ट का अब फैसला आया है। यह फैसला टाटा स्टील के फेवर में आया है। इसके बाद टाटा स्टील ने जमशेदपुर न्यायालय में सिविल जज जूनियर डिवीजन एक जीतेंद्र राम की कोर्ट में विवादित जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए केस दायर किया। इस पर सिविल जज जूनियर डिवीजन की तरफ से जिला प्रशासन को आदेश दिया गया कि विवादित जमीन पर टाटा स्टील के पक्ष में मुकदमे का फैसला होने के बाद अब उसे कब्जा दिलाया जाए। पूरी कार्रवाई जमशेदपुर कोर्ट के नाजिर धीरज कुमार की निगरानी में की जानी थी। कैलाश नगर व्यापारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि पूरा विवाद लगभग 70 एकड़ जमीन का है। इसमें 150 से अधिक गोदाम और 1000 से अधिक मकान हैं।
कल आएगा कोर्ट का फैसला
लाल बाबा फाउंड्री के लोगों और कारोबारियों ने जमशेदपुर न्यायालय में सिविल जज जूनियर डिवीजन एक जीतेंद्र राम की कोर्ट में अधिवक्ता संजीव रंजन बरियार के जरिए शिकायत दायर कराई है। इसमें कोर्ट से काल फार डायरी की मांग की गई है। इस केस में शुक्रवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद अदालत का फैसला शनिवार को आ सकता है। माना जा रहा है कि कोर्ट से लालबाबा फाउंड्री के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।