जमशेदपुर: पूर्व सांसद कांग्रेस के नेता डॉक्टर अजय कुमार ने 15 सितंबर को जमशेदपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन करने पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन पर उद्घाटन कर रहे हैं। ट्रेनों के उद्घाटन पर राजनीतिक रंग चढ़ा दिया गया है। तो दूसरी तरफ ट्रेन हादसे हो रहे हैं। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी शताब्दी ट्रेन, दूरंतो ट्रेन, गरीब रथ आदि ट्रेनों का उद्घाटन होता था। लेकिन इतने महंगे इवेंट नहीं होते थे। अब तो उद्घाटनों पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जबकि जहां पैसा खर्च होना चाहिए वहां खर्च नहीं हो रहा है। अभी देश के कुल रेलवे लाइन का दो प्रतिशत रेलवे लाइन पर ही कवच लग सका है। कवच नहीं लगने से ट्रेनें हादसे का शिकार हो रही है। देश में 13 दिन में आठ रेल हादसे हुए। उन्होंने कहा कि जब यात्री रेल टिकट लेता है तो उस पर दाएं तरफ बड़े अक्षरों में लिखा होता है शुभ यात्रा यानी हैप्पी जर्नी। लेकिन अब यात्रियों की जर्नी हैप्पी नहीं रह गई है।
हिमंत विस्वा सरमा कर रहे आदिवासी प्रेम का दिखावा
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड में आदिवासी प्रेम का दिखावा कर रहे हैं। यह आरोप पूर्व सांसद कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार ने लगाया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में सबसे ज्यादा शासन भाजपा का रहा है। भाजपा ने आदिवासियों और कुड़मी समाज को ठगने का काम किया है। आदिवासियों की जमीन को लूटने के लिए सीएनटी एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रयास भाजपा ने ही किया था।
पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने सीएनटी में की थी बदलाव की कोशिश
भाजपा के तत्का यहलीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के कहने पर 6 जून साल 2011 को सीएनटी एसपीटी एक्ट में संशोधन के लिए भूमि सुधार और राजस्व विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव अनिल पांडे ने प्रस्ताव तैयार कर मंत्रिमंडल की स्वीकृति के लिए भेजा था। रघुवर दास सरकार ने 26 जून साल 2017 को सीएनटी एसपीटी एक्ट संशोधन करने का प्रस्ताव राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को भेज दिया था। इसे राज्यपाल ने सरकार को लौटा दिया था।
इंडिया गठबंधन ने पास की थी सरना धर्म कोड का बिल
कांग्रेस और झामुमो सरकार ने आदिवासियों के धार्मिक एवं संस्कृति व आजादी का प्रतीक सरना धर्म कोड से संबंधित विधेयक मंत्रिमंडल से पास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के पास भेजा। लेकिन आदिवासी हितैषी बनने का नाटक करने वाली भाजपा ने अब तक सरना धर्म कोड को हरी झंडी नहीं दी है। यह भाजपा के आदिवासी विरोधी होने का प्रमाण है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी और मूल वासियों ने इसी वजह से भाजपा को झटका दिया। इसी के कारण आदिवासी सीट पर भाजपा की करारी हार हुई है। यही कारण है कि बीजेपी अब आदिवासियों की हितैषी बनने का ढोंग रच रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं जा रहे हैं। वह झारखंड आ रहे हैं।