रांची : इस बार इंडिया महागठबंधन झारखंड में सत्ता बरकरार रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। इसके लिए कांग्रेस और झामुमो सीटों की अदला-बदली भी करेंगी। जहां जिस पार्टी का उम्मीदवार मजबूत है वह सीट उसके खाते में देने की कवायद चल रही है। यह भी देखा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को कहां से बढ़त हासिल थी। इसी कड़ी में रांची की सीट पर इस बार कांग्रेस का दावा पेश कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश सीटों के फार्मूले पर कांग्रेस के आला कमान से बात करने दिल्ली गए थे। वह रांची लौट आए हैं। उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन ठीक रहा है। रांची में कांग्रेस का नेटवर्क मजबूत है।
बूथ कमेटी में महिलाओं को रखा जाएगा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का कहना है कि दिल्ली से बूथ कमेटी को मजबूत करने का निर्देश मिला है। बूथ कमेटी में अधिक से अधिक महिलाओं को रखा जाएगा। इसके लिए कवायद जल्द शुरू की जाएगी। उनका कहना है कि सभी जिलाध्यक्षों को हिदायत दी जा रही है कि बूथ कमेटी को नए सिरे से बनाएं और इसमें अधिक से अधिक महिलाओं को रखें। महिलाओं को बूथ कमेटी में रखने के पीछे पार्टी का मकसद है कि महिलाएं जुझारू होती हैं और वह बूथ पर अच्छा काम कर सकेंगी।
2019 में झामुमो की झोली में चली गई थी सीट
साल 2019 के चुनाव में रांची विधानसभा सीट झामुमो के खाते में चली गई थी। यहां से झामुमो की महुआ माजी ने चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह भाजपा के सीपी सिंह से नहीं जीत पाई थीं। इस सीट से झामुमो कभी चुनाव नहीं जीत पाई। 1952 में कांग्रेस के राम रतन राम चुनाव जीते थे। इसके बाद 1980 में कांग्रेस के ज्ञान रंजन चुनाव जीते। मगर, 1990 से अब तक कांग्रेस ही यहां से चुनाव जीत रही है।