रांची : पूर्व सीएम चंपई सोरेन के भाजपा में जाते ही भाजपा के अंदर अंतर्कलह की खबरें सामने आने लगी हैं। कहा जा रहा है कि अब भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को हाशिए पर धकेलने की कवायद शुरू हो चुकी है। कहा जा रहा है कि बाबूलाल को भाजपा जल्द ही किसी प्रदेश का राज्यपाल बना सकती है। यह बात झामुमो के प्रदेश प्रवक्ता विनोद पांडेय कह रहे हैं। उनका कहना है कि 20 अगस्त को जब चंपई सोरेन भाजपा में ज्वाइनिंग कर रहे थे तो इस कार्यक्रम में बोलते हुए बाबूलाल मरांडी ने एक बार भी अपने भाषण में चंपई सोरेन का नाम नहीं लिया। विनोद पांडेय ने इसे चंपई सोरेन का अपमान बताया। विनोद पांडेय ने कहा कि चंपई सोरेन के भाजपा में जाने से कई लोग नाराज हैं। उनकी नाराजगी उजागर हो रही है।
बाबूलाल ने नहीं लिया चंपई सोरेन का नाम
गौरतलब है कि चंपई सोरेन के मामले में अब झामुमो और भाजपा आमने-सामने हैं। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इस मुद्दे पर झामुमो के प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा है कि भाजपा में चंपई सोरेन को सम्मान नहीं मिला है। बाबूलाल मरांडी ने अपने भाषण में एक बार भी चंपई सोरेन का नाम नहीं लिया जबकि, सारा कार्यक्रम ही उन्हीं के ऊपर था। विनोद पांडेय ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को बोलते तक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा में अब रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विनोद पांडेय ने कहा कि अब कभी भी झारखंड की जनता को सुनने को मिल सकता है कि बाबूलाल मरांडी को किसी राज्य का राज्यपाल बना दिया गया है।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने विनोद पांडेय के बयान पर पलटवार किया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनेश कुमार सिंह ने कहा है कि झामुमो की यह बात ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि झामुमो की यह प्रक्रिया उनके मानसिक दिवालिएपन को दर्शाती है। चंपई सोरेन को बाबूलाल मरांडी ने गले से लगाया था। यह भरत मिलाप जैसा था। दोनों नेताओं की पीड़ा एक है। दोनों संथाल नेता है। संथाली समाज के साथ जो हो रहा है वह किसी से छिपा नहीं है।