मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना के आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार के साथ रतलाम के जिला अस्पताल में डाक्टर ने दुर्व्यवहार किया है। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भारतीय आदिवासी पार्टी के पूर्वी सिंहभूम के जिलाध्यक्ष मदन मोहन सोरेन ने जमशेदपुर में डीसी दफ्तर में प्रेसीडेंट को संबोधित मेमोरैंडम डीसी अनन्य मित्तल को सौंपा।
इस मामले में मदन मोहन सोरेन ने जांच की मांग की है। मांग की गई है कि जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मेमोरैंडम में कहा गया है कि आदिवासी विधायक से दुर्व्यवहार से झारखंड में भी आदिवासी समुदाय में नाराजगी है।
कमलेश्वर डोडियार मध्य प्रदेश के रतलाम के सैलाना में भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक हैं। भारतीय आदिवासी पार्टी के पूर्वी सिंहभूम के जिलाध्यक्ष मदन मोहन सोरेन का कहना है कि सैलाना के विधायक रतलाम के जिला अस्पताल में भर्ती आदिवासी मरीजों को देखने पहुंचे थे। यही नहीं, उन्हें खुद भी अपना इलाज कराना था। वह इमरजेंसी में पहुंचे और पूछा कि इमरजेंसी का ड्यूटी डाक्टर कौन है। अस्पताल अधीक्षक के बारे में भी जानकारी चाही। तभी इमरजेंसी में मौजूद डाक्टर चंद्र प्रताप सिंह राठौर ने विधायक के साथ दुर्व्यवहार किया। विधायक भील समाज से हैं। मदन मोहन सोरेन ने बताया कि विधायक के साथ डाक्टर ने गाली गलौज भी की। यही नहीं, उनके खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करा दी गई। विधायक ने जो एफआइआर दर्ज कराई गई है वह मामूली धाराओं में दर्ज की गई है। यही नहीं, भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा के लोग वहां नहीं थे। मगर, उनके खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कराई गई है। मेमोरैंडम में कहा गया है कि इससे झारखंड का आदिवासी भी अपमानित महसूस कर रहा है। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की है।