रांची : कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन को जेड प्लस सिक्योरिटी मिल गई है। चंपई सोरेन जब दिल्ली से वापस झारखंड आएंगे तो उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी की सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करा दी जाएगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। अब चंपई सोरेन की सुरक्षा में 36 जवान तैनात रहेंगे। माना जा रहा है कि चंपई सोरेन झारखंड वापस आने के बाद झामुमो की सदस्यता और मंत्री पद दोनों से इस्तीफा दे देंगे। उन्हें इसीलिए जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई है ताकि कोल्हान टाइगर की हनक बरकरार रहे। अभी यह जेड प्लस सिक्योरिटी पाने वालों में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आदि शामिल हैं।
किसे मिलती है जेड प्लस सुरक्षा
जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था उसे मिलती है जिसे खतरा अधिक होता है। गृह मंत्रालय इस बात की जांच करता है कि किस को अधिक खतरा है। इसी के बाद किसी को भी जेड प्लस सिक्योरिटी मुहैया करई जाती है। यह जेड प्लस सिक्योरिटी विशिष्ट व्यक्ति को मिलती है। जिसे जेड प्लस सिक्योरिटी मिलती है उसकी सुरक्षा में 36 जवान लगाए जाते हैं। इसमें 10 से अधिक एनएसजी कमांडो रहते हैं। इसके अलावा, इस सुरक्षा व्यवस्था में दिल्ली पुलिस, संबंधित राज्य की पुलिस, आइटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल होते हैं। यह जवान विशिष्ट व्यक्ति पर हर समय पैनी नजर बनाए रखते हैं।
जेड प्लस सुरक्षा के लिए देना होता है एप्लीकेशन
जेड प्लस की सुरक्षा व्यवस्था चाहने वाले विशिष्ट व्यक्ति या नेता को इसके लिए गृह मंत्रालय को आवेदन देना होता है। इसके बाद खुफिया एजेंसियां जांच करती हैं कि जिसे जेड प्लस की सुरक्षा मिल रही है उसे इसकी जरूरत है या नहीं। उसकी जान को खतरा है या नहीं। इसी के बाद उसे जेड प्लस सुरक्षा मिलती है। होम सेक्रेटरी, डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी तय करती है कि किसे जेड प्लस सुरक्षा दी जाए।