जमशेदपुर : भुइयांडीह लिट्टी चौक से एनएच 33 पर भिलाईपहाड़ी के बीच स्वर्णरेखा नदी पर एक और फोर लेन ब्रिज बनने जा रहा है। यह ब्रिज 18 महीने में बन कर तैयार हो जाएगा। 77.77437 करोड़ रुपये की कुल लागत से प्रस्तावित इस ब्रिज का शिलान्यास शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन किया। इस मौके पर पथ निर्माण विभाग ने भुइयांडीह में लिट्टी चौक पर एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें डीसी अनन्य मित्तल के अलावा जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय भी मौजूद रहे।
अप्रैल 2026 तक बन कर तैयार होगा पुल
इस पुल का निर्माण साल 2026 में अप्रैल तक पूरा हो जाएगा। इसके निर्माण का एलान पूर्व सीएम रघुवर दास ने अपने कार्यकाल में किया था। रघुवर दास जब एनएच 33 के किनारे सात मार्च 2019 को एनएच 33 के दो खंड का शिलान्यास करने आए थे। तभी इस पुल के निर्माण का एलान किया था। तब इसे सिग्नेचर पुल बनाने की बात कही गई थी। उन्होंने एक महीने के अंदर इस पुल का शिलान्यास करने की बात कही थी। मगर, कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने की वजह से शिलान्यास नहीं हो पाया थाा। तब से यह प्रस्ताव पाइपलाइन में था और अब इसका शिलान्यास हुआ है। आज शुक्रवार पांच अक्टूबर को इस पुल का शिलान्यास हुआ है।
रांची की कंपनी बनाएगी पुल
एनएच 33 पर भिलाई पहाड़ी से भुइयांडीह लिट्टी चौक तक प्रस्तावित इस फोर लेन पुल का निर्माण रांची की कंपनी कराएगी। इसका टेंडर रांची की सतीश प्रसाद कंपनी को मिला है। सीएम ने कार्यकारी संस्था को निर्देश दिया है कि वह अच्छी गुणवत्ता से पुल का निर्माण करें। पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता दीपक सहाय ने बताया कि पुल का निर्माण कार्य तीन दिन के अंदर शुरू कर दिया जाएगा।
मानगो को जाम से मिलेगी निजात
अभी मानगो में खूब जाम लगता है। भिलाई पहाड़ी को भुइयांडीह से कनेक्ट करने वाले इस फोर लेन सड़क के बन जाने के बाद मानगो ब्रिज पर बोझ कम होगा। शहर के जिन लोगों को सड़क मार्ग से घाटिशला की तरफ जाना होगा वह इस पुल के रास्ते एनएच 33 तक पहुंच जाएंगे। इसी तरह, घाटिशला की तरफ से शहर आने वाले वाहन भिलाईपहाड़ी से इस पुल का प्रयोग करते हुए भुइयांडीह पहुंच जाएंगे। इससे मानगो ब्रिज पर ट्रैफिक का बोझ हल्का होगा।
पुल के निर्माण पर खर्च होंगे 44 करोड़ रुपये
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फोर लेन पुल के निर्माण पर 44 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बाकी लगभग 33 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे। विधायक सरयू राय ने बताया कि पहले इस पुल का निर्माण टाटा स्टील को करना था। मगर, बाद में कंपनी ने इस पुल के निर्माण की योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। इसके निर्माण के लिए कंपनी ने भिलाई पहाड़ी के छोर पर कुछ जमीन ली है। इस जमीन को पथ निर्माण विभाग पुल बनाने के लिए ले लेगी। भिलाई पहाड़ी की तरफ पुल के एप्रोच रोड के लिए 80 फीसदी जमीन टाटा स्टील देगी। जबकि, 20 फीसदी जमीन सरकार देगी।