जमशेदपुर : डीसी आफिस सभागार में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर बीसीजी टीकाकरण का शुभारंभ उपायुक्त अनन्य मित्तल ने किया। यक्ष्मा पदाधिकारी ने बताया की वयस्क टी.बी वैक्सीनेशन के लिए 6 श्रेणी में लोग शामिल किए गए हैं। इसमें पांच वर्ष पूर्व टीबी रोग का उपचार कराने वाले व्यक्ति तीन वर्ष पहले तक के टीबी रोगी के सम्पर्क में रहने वाले व्यक्ति, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति, कुपोषित व्यक्ति, 18 से कम BMI वाले, मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी व्यक्ति शामिल हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य उप केन्द्र व अन्य सभी स्वास्थ्य केन्द्र में बीसीजी टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा । उपायुक्त ने अभियान के सफल संचालन का निर्देश देते हुए कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सभी सुयोग्य का टीकाकारण हो इसे स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी समन्वय बनाते हुए सुनिश्चित करेंगे। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिले में यह अभियान चलाया जा रहा है।इसका उद्देश्य जिले से टीबी का समूल उन्मूलन है तथा इसमें प्रत्येक नागरिक की परस्पर सहभागिता जरूरी है ।
बीसीजी है सुरक्षित वैक्सीन
उपायुक्त ने बताया कि टीबी से बचाव हेतु बीसीजी वैक्सिन एक सुरक्षित वैक्सिन है। इसे विश्व के अनेक देशों में लोगों को दिया जाता है और परिणाम भी बहुत ही सकारात्मक रहे हैं। हमारे देश में नवजात शिशु को जन्म के बाद यह वैक्सिन दी जाती है। लेकिन इस वैक्सिन के अच्छे परिणाम को देखते हुए अब टीबी से बचाव हेतु व्यस्कों को भी दिया जाना है। टीबी एक संक्रामक बीमारी है। दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी हो, दो सप्ताह का बुखार, वजन में कमी होना, कफ के साथ खून आना जैसे लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है।
25 से 27 अगस्त तक पोलियो दवा पिलाई जाएगी
सिविल सर्जन ने बताया कि सभी व्यस्क टी.बी रोग से बचाव हेतु बीसीजी वैक्सिनेशन लेकर जिले को टीबी मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें। 25 अगस्त से जिला में शुरू हो रहे पल्स पोलियो अभियान की भी जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि 25 अगस्त को बूथ डे पर शून्य से पांच वर्ष तक के 90 प्रतिशत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है। दूसरे एवं तीसरे दिन यानी 26 और 27 अगस्त को छुटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। उपायुक्त ने 28 अगस्त से 13 सितंबर तक चलाए जाने वाले कुष्ठ रोगी खोज अभियान के सफल संचालन का भी निर्देश दिया। उन्होंने शिक्षा, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग तथा जेएसएलपीएस के साथ समन्वय बनाते हुए अभियान को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला आर०सी०एच० पदाधिकारी एवं जिला वी.भी.डी पदाधिकारी समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।