रांची : घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने प्रदेश के मंत्री बन गए हैं। रांची में राजभवन में झारखंरड के गर्वनर संतोष गंगवार ने रामदास सोरेन को मंत्री पद की शपथ दिलाई। उन्होंने शुक्रवार को राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली है।रामदास सोरेन को उच्च शिक्षा एवं जल संसाधन मंत्रालय मिला है। रामदास सोरेन का राजनीतिक सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने घोड़ाबांधा के पारंपरिक ग्राम प्रधाान बनने से अपनी सियासी कॅरियर की शुरुआत की थी और आज वह प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बन गए। रामदास सोरेन घाटशिला से 2009 में कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप बलमुचू को हरा कर विधायक बने थे। इसके बाद साल 2014 में वह घाटशिला से भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण टुडू से हार गए थे। पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में रामदास सोरेन ने भाजपा के लखन चंद्र मार्डी को हराया था और विधायक बने थे।
रघुवर दास के खिलाफ जेएमएम के टिकट पर लड़े थे चुनाव
रामदास सोरेन को झामुमो ने 1995 में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया था। उनके सामने भाजपा के उम्मीदवार रघुवर दास थे। इस चुनाव में उन्होंने सात हजार से अधिक वोट हासिल किए थे। इस चुनाव में रामदास सोरेन को 7306 वोट मिले थे। इस चुनाव में रघुवर दास को 26 हजार 880 वोट मिले थे। इस चुनाव में कुल 52 उम्मीदवार थे। रघुवर दास ने यह चुनाव 1101 वोट से जीते थे। इस चुनाव में कांग्रेस से केपी सिंह, जनता दल से राधे प्रसाद यादव, भारतीय प्रगतिशील पार्टी से योगेंद्र शर्मा, समता पार्टी से धर्मजीत कौर, जेएमएम मार्डी गुट से देवजीत मुखर्जी, जनता पार्टी से श्रीपाल सिंह, समाजवादी जनता पार्टी राष्ट्रीय से बंगाली सिंह, आमरा बंगाली से मृणाल कांति बिष्वास, छोटा नागपुर संथाल परगना जनता सेवा दल से शमा हमदानी, बहुजन समाज पार्टी से मोहम्मदीन खान, झारखंड पीपुल्स पार्टी से रामनरेश मस्ताना, दूरदर्शी पार्टी से माधवप्रसाद, झारखंड लिबरेशन फ्रंट अजय गोराई, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर दीनानाथ पांडेय, अरविंद कुमार सिंह, रवींद्र सिंह, अजय सिंह, अबिविंदर सिंह, एम जोन, सजेंद्र कुमार लाल, विष्णु कुमार कामत, रघुनाथ खां, हरिवंश झा, नलिन सिंह, भरत प्रसाद, बच्चू लाल ठाकुर, गोपाल हलदर, डीके पांडेय, सुदामा प्रसाद सिंह, प्रमोद लाल, अमरेश कुमार सिन्हा, त्रिकुल राय, रीना सिंह, विजय महतो, उदय संकट शर्मा, दीप नारायण सिंह, अतुल चंद्र महतो, बच्चू सिंह, राजेंद्र नाथ शर्मा, वीरेंद्र सिंह, जगदीश प्रसाद त्रिवेदी, शिवशंकर दुबे, रामेश्वर लाल, कैलाश चंद्र शर्मा, हरिवंश सिंह, विजय प्रकाश तिवारी, रामबहादुर झा, कामाख्या सिंह, उमाशंकर सिंह और जय प्रकाश जयसवाल थे।
रामदास सोरेन की शेख बदरुद्दीन से है गाढ़ी दोस्ती, साथ लड़े चुनाव
रामदास सोरेन के एक साथी झारखंड आंदोलन कारी शेख बदरुद्दीन को भी झामुमो ने इसी साल 1995 में जमशेदपुर पश्चिम से टिकट दिया था। इस चुनाव में शेख बदरुद्दीन को भी सात हजार के आसपास वोट मिले थे। शेख बदरुद्दीन भी चुनाव हार गए थे। इस चुनाव में भी भाजपा के एमपी सिंह ने चुनाव जीत लिया था।
2005 में झामुमो ने नहीं दिया था टिकट
रामदास सोरेन ने झामुमो से घाटिशला सीट के लिए विधानसभा का टिकट मांगा था। मगर पार्टी ने उन्हें टिकट देने से इंकार कर दिया था। झामुमो का कांग्रेस से गठबंधन था। इसलिए पार्टी ने यहां से कोई उम्मीदवार नहीं दिया था। झामुमो ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप कुमार बलमुचू को समर्थन दिया था। रामदास सोरेन निर्दलीय चुनाव लड़ गए थे। वह प्रदीप कुमार बलमुची से हार गए थे मगर, दूसरे नंबर पर थे। रामदास सोरेन को 34 हजार 489 वोट मिले थे। इस चुनाव में रामदास सोरेन ने अपनी निजी ताकत पार्टी को दिखाई और इसके बाद पार्टी में उनका कद ऊंचा हो गया जो अब तक बरकरार है।
झारखंड आंदोलन में साकची जेल में बंद थे रामदास सोरेन
रामदास सोरेन ने झारखंड आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया था। उन्होंने इसके लिए बड़ी कुर्बानी दी। घर बार छोड़ कर आंदोलन में लगे रहे। उनके साथी शेख बदरुद्दीन बताते हैं कि वह रामदास सोरेन और प्रमोद लाल एक साथ जेल गए थे। झारखंड के लिए आंदोलन करने की वजह से सरकार ने उन्हें 1992 में गिरफ्तार किया था। तीनों साथी साकची जेल में बंद थे और तकरीबन तीन महीने बाद रिहा हुए थे।
घोड़ाबांधा में थे प्रधान
रामदास सोरेन घाटशिला के खरसती गांव के रहने वाले हैं। रामदास सोरेन के दादा टेल्को में कर्मचारी थे। तभी उनका परिवार घोड़ाबांधा में बस गया। मगर, अभी उनका घर घोड़ाबांधा में है। रामदास सोरेन घोड़ाबांधा में ग्राम प्रधान थे। रामदास सोरेन बाद में झामुमो में जुड़ गए। इसके बाद वह जिला कमेटी के सदस्य बने। बाद में वह 1990 में झामुमो के जिलाध्यक्ष भी बने।
शिलान्यास कर रहे थे तभी मिली जानकारी
गुरुवार को विधायक रामदास सोरेन अपने क्षेत्र घाटिशला में थे। वह चेंगाजोड़ा गांव में जब शिलान्यास कर रहे थे तभी फोन आ गया कि उन्हें मंत्री बनना है। 30 अगस्त को रांची में शपथ लेनी है। सीएम हाउस से आए इस फोन के बारे सुन कर वह खुश हो गए। इस मौके पर रामदास सोरेन के मंत्री बनने की बात सुनते ही