जमशेदपुर: भाजपा नेता पूर्व डीआईजी राजीव रंजन ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफा का ऐलान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजीव रंजन ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने सोचा था कि भाजपा नैतिक मूल्यों की पार्टी है। इसी वजह से वह देश की सेवा करने के लिए भाजपा में आए थे। लेकिन, इस विधानसभा चुनाव में जिस तरह से टिकट का बंटवारा किया गया और इसमें परिवारवाद सामने आया। उससे भाजपा से मन खिन्न हो गया है। इसी वजह से वह इस्तीफा दे रहे हैं। पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि वह अभी किसी पार्टी में नहीं जाएंगे। 5 साल तक झारखंड के नवनिर्माण के लिए काम करेंगे। वह अगले विधानसभा चुनाव साल 2019 में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह इस चुनाव में ऐसे निर्दलीय उम्मीदवार को सपोर्ट करेंगे जो भाजपा की नीतियों का विरोध करेगा। पूर्व डीआइजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि जब उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। तब झारखंड से लेकर दिल्ली तक सभी बड़े नेताओं को साफ बता दिया था कि जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र खाली है। वह जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। सभी ने कहा था कि हां ठीक है। पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि वह सरयू राय के पास भी गए थे और उनसे पूछा था कि वह भविष्य में कभी जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव लड़ेंगे या नहीं। अगर वह चुनाव न लड़ें। राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उन्होंने सरयू राय से कहा था कि अगर वह कभी जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव न लड़ें। तभी वह भाजपा में आएंगे और जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव की तैयारी करेंगे। राजीव रंजन सिंह ने बताया कि सरयू राय ने जवाब दिया कि वह कभी खुद जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव नहीं लड़ेंगे। आप चुनाव की तैयारी कीजिए। राजीव रंजन सिंह ने बताया इसी के बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन की और तैयारी की। लेकिन, भाजपा में जिस तरह से टिकट का बंटवारा किया जा रहा है। वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा का शुद्धिकरण जरूरी है।
टिकट बंटवारे में परिवारवाद होने पर पूर्व डीआईजी राजीव रंजन ने भाजपा से दिया इस्तीफा
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