राजग में भाजपा व आजसू के साथ ही जदयू की भी दावेदारी, कांग्रेस व झामुमो भी आमने-सामने
रांची : मांडू विधानसभा सीट भी एनडीए गठबंधन की उन सीटों में शामिल हो गई है, जिन पर घटक दलों में खींचतान है। इस सीट पर भाजपा व आजसू ही नहीं जदयू भी नजर गड़ाए बैठी है। यहां से पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर यहां से पूर्व विधायक टेकलाल महतो के बेटे जयप्रकाश भाई पटेल चुनाव जीते थे। कुड़मी बाहुल्य इस सीट पर भाजपा का तगड़ा नेटवर्क है। उन्होंने आजसू के निर्मल महतो को हराया था। अब जयप्रकाश कांग्रेस में चले गए हैं तो आजसू चाहती है कि यह सीट उसे मिल जाए। मगर, भाजपा के आला नेताओं का कहना है कि दल-बदल के चलते यह सीट उससे छिन गई मगर, यहां से उनका उम्मीदवार जीता था। इस सीट पर जदयू की भी इंट्री हो गई है। जनता दल युनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो जदयू के ही टिकट पर इस सीट से साल 2005 में विधायक रह चुके हैं। उन्होंने झामुमो के रामप्रकाश भाई पटेल को 9828 मतों से हराया था। इस चुनाव में वह अपने बेटे दुष्यंत को यहां से चुनाव लड़ा कर विधानसभा भेजने का ख्वाब देख रहे हैं। इस तरह, मांडू सीट पर एनडीए के तीनों घटक अपना दावा पेश कर रहे हैं।
मांडू में कांग्रेस व झामुमो में भी रार
मांडू सीट को लेकर इंडिया गठबंधन में भी पेच फंसा हुआ है। पिछले चुनाव में यह सीट झामुमो के पास थी। इस बार कांग्रेस इस सीट पर दावा कर रही है। इस सीट से पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में जयप्रकाश भाई पटेल भाजपा के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। इस चुनाव में आजसू के निर्मल महतो दूसरे और झामुमो के राम प्रकाश भाई पटेल तीसरे स्थान पर रहे थे। रामप्रकाश भाई पटेल जयप्रकाश के ही बड़े भाई हैं। इस साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 में जयप्रकाश भाई पटेल भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में चले गए थे। हालांकि, वह जीत नहीं पाए। मगर, अब वह मांडू से चुनाव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। दलबदल के चलते भले ही उनकी विधायकी छिन गई हो मगर, वह एक तरह से सिटिंग विधायक ही माने जा रहे हैं। इस वजह से कांग्रेस इस सीट पर अपना मजबूत दावा पेश कर रही है। वहीं, झामुमो की यह परंपरागत सीट रही है। इस सीट से तीन बार विधायक रहने वाले जयप्रकाश भाई पटेल खुद दो बार झामुमो के ही टिकट पर चुनाव जीते थे। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस सीट के बदले झामुमो को दूसरी सीट ऑफर कर रही है। अब देखना है कि इंडिया गठबंधन में इस सीट पर टिकट को लेकर क्या फैसला होता है। सीट कांग्रेस को मिलती है या फिर झामुमो के पास ही रहती है।
मांडू सीट पर है कुड़मी बिरादरी का प्रभाव
मांडू सीट पर कुड़मी बिरादरी का खासा प्रभाव है। यहां कुड़मी मतदाताओं की संख्या काफी अधिक हैं। इस सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो कुड़मी मतदाताओं की संख्या 82 हजार 653 थी। इसके बाद दूसरी बड़ी आबादी मुस्लिमों की है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 59 हजार 865 है। 23 हजार 559 मतदाता मांझी हैं। इसके अलावा, 10 हजार 814 यादव, 18925 साव आदि हैं।
जेपी पटेल के पिता टेकलाल पांच बार जीते
मांडू सीट पर जेपी पटेल के परिवार के लोगों का कब्जा रहा है। ज्यादातर समय तक पिता-पुत्र इस सीट से जीतते रहे हैं। जेपी पटेल के पिता टेकलाल महतो इस सीट से पांच बार जीत कर विधायक बने हैं। साल 2005 में टेकलाल महतो सांसद बन गए थे। इसके बाद टेकलाल महतो के बड़े बेटे रामप्रकाश भाई पटेल झामुमो के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़े थे मगर, जदयू के खीरू महतो ने उन्हें 9828 वोटों से मात दे दी थी। इसके बाद जब 2009 में चुनाव हुआ तो टेकलाल महतो ने फिर जीत दर्ज की थी। टेकलाल महतो के निधन के बाद साल 2011 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ। इस बाई इलेक्शन में खीरू महतो के छोटे बेटे जेपी पटेल ने झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज की थी।
2019 में जेपी पटेल ने बदला था पाला
जेपी पटेल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार का प्रचार कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद झामुमो ने उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तब जेपी पटेल भाजपा में आ गए थे और यहां से होने वाले विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत का परचम बुलंद किया था। मगर, जेपी पटेला भाजपा में घुट रहे थे। उन्हें भाजपा का सियासी कल्चर पसंद नहीं आया और विधायकी के पांच साल पूरे होने से पहले ही वह भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए।
7 चुनाव में झामुमो उम्मीदवार की जीत
झामुमो का इस सीट पर मजबूत दावा है। पार्टी के आला नेताओं का कहना है कि पिछले 9 विधानसभा चुनावों को देखा जाए तो 7 चुनाव में झामुमो उम्मीदवार जीता है। एक बार जनता दल युनाइटेड का उम्मीदवार जीता है। पिछले विधानसभा चुनाव में जयप्रकाश भाई पटेल भाजपा के टिकट पर जीते थे। इस तरह झामुमो नेता इसे अपना गढ़ बता रहे हैं। झामुमो नेताओं का कहना है कि इस बार भी उन्हें ही यह सीट मिलनी चाहिए।
जयप्रकाश भाई पटेल के झामुमो में जाने की चर्चा
राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि सीटों के फार्मूले में मांडू सीट के फंसने की जानकारी जेपी पटेल को भी है। कहा जा रहा है कि वह झामुमो के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है। पूर्व विधायक जेपी पटेल के सलाहकार भी उन्हें झामुमो में चले जाने की सलाह दे रहे हैं। अगर जेपी पटेल झामुमो में चले गए तो फिर इस सीट का मसला हल हो जाएगा। इसके बाद यह सीट झामुमो की झोली में चली जाएगी।
मांडू विधानसभा सीट
1985- टेकलाल महतो, झामुमो
1990- टेकलाल महतो, झामुमो
1995- टेकलाल महतो, झामुमो
2000- टेकलाल महतो, झामुमो
2005- खीरू महतो, जनता दल युनाइटेड
2009- टेकलाल महतो, झामुमो
2011- जयप्रकाश भााई पटेल, झामुमो
2014- जयप्रकाश भाई पटेल, झामुमो
2019- जयप्रकाश भाई पटेल, भाजपा