डोनाल्ड ट्रंप का एलन मस्क के साथ इंटरव्यू ,बाइडन को ‘तख्तापलट’ से हटाया गया, अमेरिका की इज्जत पर सवाल
फिफ्थ पिलर: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एलन मस्क के साथ एक इंटरव्यू में डेमोक्रेट्स पर तीखा हमला बोला। ट्रंप ने दावा किया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को राष्ट्रपति पद की दौड़ से जबरन हटा दिया गया और इसे ‘तख्तापलट’ की संज्ञा दी। ट्रंप ने कहा, “मैंने बहस में बाइडन को इतनी बुरी तरह हराया कि उन्हें दौड़ से बाहर कर दिया गया। यह अब तक की सबसे शानदार बहस थी। बाइडन को बाहर निकाला गया, यह एक तख्तापलट था।”
इंटरव्यू में मस्क ने ट्रंप के दावे की पुष्टि करते हुए कहा, “उन्हें (बाइडन को) एक शेड के पीछे ले जाया गया और वहां उनको सियासी तौर पर शूट कर दिया गया।” ट्रंप ने इसी बातचीत के दौरान पिछले महीने के हत्या के प्रयास को भी दोहराया, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। उन्होंने कहा, “यह एक हार्ड हिट था। मुझे लगता है कि आप कहेंगे कि यह अवास्तविक था, लेकिन ऐसा नहीं है। मुझे तुरंत पता चल गया था कि यह एक गोली है। मेरे कान पर गोली लगी थी। उन लोगों के लिए जो भगवान में विश्वास नहीं करते, मुझे लगता है कि हमें इसके बारे में सोचना शुरू करना होगा।”
इस बयान से ट्रंप ने न केवल बाइडन की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया, बल्कि अमेरिका की वैश्विक इज्जत को लेकर भी चिंता जताई।
10 लाख से अधिक लोगों ने देखा
10 लाख से अधिक लोगों ने सुना
एक्स पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस बातचीत को 10 लाख से ज्यादा लोगों ने सुना। ट्रंप ने इस संख्या को देखकर कहा, “हर रिकॉर्ड तोड़ने के लिए बधाई।”
ट्रंप के ढलते अभियान को जीवंत करने को हुआ इंटरव्यू
इस इंटरव्यू का उद्देश्य ट्रंप के ढलते हुए अभियान को पुनर्जीवित करना था, खासकर जब उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस जनमत सर्वे में आगे निकल गई हैं। ट्रंप के अभियान ने इसे ‘सदी का इंटरव्यू’ करार दिया है।
53 वर्षीय एलन मस्क ने बातचीत से पहले एक पोस्ट में इसे ‘अलिखित’ और ‘विषय वस्तु की कोई सीमा नहीं’ बताते हुए अत्यधिक मनोरंजक होने की संभावना जताई थी।
न्याय प्रणाली निष्पक्ष नहीं
जज और जूरी का झुकाव डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि न्याय प्रणाली अब निष्पक्ष नहीं रही है और इसके कारण लोग उनके खिलाफ चल रहे अदालती मामलों से डर रहे हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि जज और जूरी का झुकाव डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर होता है, जिससे निवेशक न्यूयॉर्क से अपना पैसा निकाल रहे हैं और लौटने की संभावना कम हो गई है।
तब अमेरिका को था वैश्विक सम्मान
ट्रंप ने यह भी कहा कि चार साल पहले, जब वे राष्ट्रपति थे, अमेरिका को वैश्विक सम्मान प्राप्त था। उन्होंने दावा किया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अमेरिका की बात सुनते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा।