25 साल बाद गाजा में पोलियो का पहला मामला सामने आया, यूनिसेफ ने युद्ध रोक कर की टीकाकरण अपील की
गाजा में 25 सालों के बाद पोलियो का पहला मामला सामने आया है। युद्ध प्रभावित गाजा के दीर अल-बलाह शहर में 10 माह के एक बच्चे में पोलियो संक्रमण की पुष्टि हुई है, जैसा कि फिलस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है।
बच्चे में टाइप टू पोलियो की हुई पुष्टि
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बच्चे में पोलियो के लक्षण देखे गए थे। इसके बाद की गई जांच में टाइप 2 पोलियो वायरस की पुष्टि हुई। चिंताजनक बात यह है कि पोलियो रोधी टीके की एक भी खुराक इस बच्चे को नहीं लगी थी।
पिछले महीने लिए गए थे पानी के सैंपल
पिछले महीने गाजा के दो प्रमुख शहरों के अपशिष्ट जल से नमूने एकत्र किए गए थे। इन नमूनों की जांच में पोलियो वायरस की उपस्थिति पाई गई थी। पोलियो वायरस आमतौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जाता है और यह सीवेज और दूषित जल के माध्यम से फैलता है। पोलियो के मामले अब भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में देखने को मिलते हैं, जहां यह संक्रमण लगातार जारी है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इजरायल-हमास युद्ध को रोकने की अपील की है। यूनिसेफ ने भी इजराइल और हमास से सात दिनों के लिए युद्ध रोकने का अनुरोध किया है, ताकि 6,40,000 फलस्तीनी बच्चों को पोलियो से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा सके। हालांकि, इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।