बेरूत: लेबनान में आतंकियों ने पेजर अटैक किया है। इस पेजर अटैक में 11 लोग घायल हुए हैं। घायलों में 9 साल की एक बच्ची, मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट का बेटा शामिल हैं। इसके अलावा 2800 लोग घायल हुए हैं। घायलों में अधिकतर नागरिक हैं। पेजर अटैक के बाद लेबनान में अफरा तफरी मच गई है। घायलों को बेरूत के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेरूत के अस्पताल फुल होने के बाद घायलों को विभिन्न प्रांतों के अस्पतालों में भेजा जा रहा है। लेबनान की सरकारी मीडिया के अनुसार मरने वालों में 9 साल की बच्ची फातिमा जफर अब्दुल्ला है। जबकि लेबनान के रेजिस्टेंस ब्लॉक के मेंबर ऑफ पार्लियामेंट अली अम्मार का छोटा बेटा मेहदी अम्मार शामिल है। बताते हैं कि लोगों के पास जो पेजर थे वह अचानक गर्म होने लगे और थोड़ी ही देर में विस्फोट हो गया। मरने वालों में लेबनान के सुरक्षा संगठन हिज्बुल्लाह के भी अधिकारी शामिल हैं।
आतंकियों ने हैक कर लिए लोगों के पेजर
लेबनान के अधिकारियों का कहना है कि पूरे देश में एक अलर्ट जारी कर दिया गया है और नागरिकों से कहा गया है कि वह अपने पेजर तत्काल प्रभाव से नष्ट कर दें। पूरे देश में पेजर नष्ट कराए जा रहे हैं। लेबनान के अधिकारियों का कहना है कि यह हमला इसराइल समर्थित आतंकियों की तरफ से किया गया है। आतंकियों ने लेबनान के नागरिकों के पेजर हैक कर लिए और उसके बाद पेजर के जरिए यह साइबर अटैक किया है।
लिथियम बैट्री के जरिए हुआ अटैक
लेबनान पर हुए हमले से पूरी दुनिया हिल गई है। यह हमले लिथियम बैटरी के जरिए किए गए। हमलावरों ने पेजर को टेक्स्ट मैसेज से जोड़कर लिथियम बैटरी के जरिए हमला किया। बैटरी गर्म हुई और बैटरी में विस्फोट हुआ। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार लिथियम बहुत माइनर बैटरी होती है। लिथियम आयन बैटरी में आग लगने का एक और आम कारण उच्च तापमान के संपर्क में आना है। इन बैटरियों को एक विशिष्ट तापमान सीमा के भीतर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। यदि यह बैटरी बहुत ज्यादा गर्म हो जाती हैं तो अस्थिर हो सकती हैं और थर्मल रनवे की ओर ले जा सकती हैं। विस्फोटक गैसें पैदा कर सकती है और आग पकड़ सकती हैं।
इजरायली एजेंसी मोसाद पर शक
लेबनान में हुए इन आतंकी हमले के पीछे मोसाद का नाम सामने आ रहा है। मोसाद इजराइल की खुफिया एजेंसी है जो गुप्त ऑपरेशन करती है। मोसाद के टूल्स आईएसआइएस और अलकायदा जैसे आतंकवादी हैं, जिनका इस्तेमाल मोसाद के द्वारा किया जाता है।